जब से हुई है शादी
जब से हुई है शादी
जब से हुई है शादी ,
मेरी शुरू हुई बर्बादी ,
मैं खुद को ही भूल बैठा ,
उल्लू है काठ के जैसा,।।
मां की सुनता हूं बाते ,
बीवी की खाता लातें,
बाप देता है दिनभर ताने,
बीवी लगती है मुझे सताने ,
कैसा है ये लड्डू खाया ,
पूरे मन को मेरे दुखाया ,
मैं रोऊं किस से दुखड़ा ,
बीवी कर देगी मेरा टुकड़ा ,
कसमें जो खाई थी हमने ,
जीवन भर साथ देने की ,
पर कर दिया उसने उल्टा ,
निकल गई वो एक कुलटा ,!!
