STORYMIRROR

Dinesh Dubey

Comedy

3  

Dinesh Dubey

Comedy

जब से हुई है शादी

जब से हुई है शादी

1 min
263

जब से हुई है शादी ,

मेरी शुरू हुई बर्बादी ,

मैं खुद को ही भूल बैठा ,

उल्लू है काठ के जैसा,।।


मां की सुनता हूं बाते ,

बीवी की खाता लातें,

बाप देता है दिनभर ताने,

बीवी लगती है मुझे सताने ,


कैसा है ये लड्डू खाया ,

पूरे मन को मेरे दुखाया ,

मैं रोऊं किस से दुखड़ा ,

बीवी कर देगी मेरा टुकड़ा ,


कसमें जो खाई थी हमने ,

जीवन भर साथ देने की ,

पर कर दिया उसने उल्टा ,

निकल गई वो एक कुलटा ,!!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Comedy