यादें
यादें
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यादें सारी बचपन की
ख्वाबों में सिमट के रह गयी
दादी नानी का वो प्यार
कहानियों में सिमट के रह गया
माँ का आँचल का इल्म तो है
पर वो चैन की नींद कहीं
वक़्त में सिमट कर रह गयी