इतने दर्द सह कर भी कहो तो कैसे मुस्करा लेते हो तुम। इतने दर्द सह कर भी कहो तो कैसे मुस्करा लेते हो तुम।
कमज़ोर हौसलों से घबराया था, पेशानी चूम, सर सहला गया वो। कमज़ोर हौसलों से घबराया था, पेशानी चूम, सर सहला गया वो।
रिश्तों में एक खास सी मिठास लाती है। अपनों पर एतबार करना सिखाती है। रिश्तों में एक खास सी मिठास लाती है। अपनों पर एतबार करना सिखाती है।
दूरियाँ बढ़ाई है। दूरियाँ बढ़ाई है।
कुछ तुम कह रहे थे कुछ हम सुन रहे थे कुछ तुम कह रहे थे कुछ हम सुन रहे थे
ख़्वाब जाने क्यूँ दगा देने लगे हैं अब मुझे ख़्वाब जाने क्यूँ दगा देने लगे हैं अब मुझे