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Payal Khanna

Abstract

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Payal Khanna

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मम्मी-पापा

मम्मी-पापा

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कभी लड़ते तो कभी रूठे जाते हैं

यह बड़े होकर भी बच्चों की तरह झगड़ा किए जाते हैं

 कभी संग एक दूसरे के होते हैं

तो कभी दूरियां निभाते हैं


लड़ाई के बाद जल्दी-जल्दी सुलहा भी करलेते हैं

ज्यादा समय तक एक दूसरे से नाराज कहां रह पाते हैं

 बच्चों पर अपनी वह जान लुटाते हैं

कभी उन्हें डांटते तो कभी प्यार से समझाते हैं


कभी खुद भी जिद्दी वह बन जाते हैं

पर जो भी कहो वह होते सच में ही बहुत प्यारे हैं

भगवान इनका साया हर बच्चे पर बनाए रखें

भगवान हमारे माता-पिता का हर दम साथ बनाए रखे


 होते हर किसी के माता-पिता सबसे अच्छे हैं

सही ही कहा है वह होते सच में भगवान के दूसरे रूप हैं

उन पर हम अपनी जान लुटाते हैं

उन्हें हर जन्म अपने साथ चाहते हैं।


 जितना कहे उतना काफी कहां है

माता पिता जैसा कोई महान कहां है।।

माता पिता जैसा कोई महान कहां है।।


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