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उन्होंने दरवाजा खोला तो रजनी को बैठे पाया उन्होंने दरवाजा खोला तो रजनी को बैठे पाया
आज वो पांचवीं जगह इंटरव्यू देने जा रहा था आज वो पांचवीं जगह इंटरव्यू देने जा रहा था
पानी चौबीस घंटे उपलब्ध था सोसायटी का पर पीने लायक नहीं था। पानी चौबीस घंटे उपलब्ध था सोसायटी का पर पीने लायक नहीं था।
चींटी बोली मुझे नदी के पार पहुंचा दो। चींटी बोली मुझे नदी के पार पहुंचा दो।
दरवाजा खोला तो बाबूजी को सामने खड़ा पाया तुरंत माफी मांगी। दरवाजा खोला तो बाबूजी को सामने खड़ा पाया तुरंत माफी मांगी।
मौसम देखते ही देखते अपना रूप दिखाने लगा। मौसम देखते ही देखते अपना रूप दिखाने लगा।
खुशी की चमक उसके चेहरे पर फैल गयी। खुशी की चमक उसके चेहरे पर फैल गयी।
खाने में ही कुछ मिला कर यदि आज उसे खिला दूं,तो मेरा प्रतिशोध पूरा हो जाएगा। खाने में ही कुछ मिला कर यदि आज उसे खिला दूं,तो मेरा प्रतिशोध पूरा हो जाएगा।
उसे राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी साहित्य को समृद्ध बनाने में उसकी रचना के लिए पुरस्कार मिला। उसे राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी साहित्य को समृद्ध बनाने में उसकी रचना के लिए पुरस्क...
नीलिमा ने झट अपने दुपट्टे से इक धागा खींचकर निकाला नीलिमा ने झट अपने दुपट्टे से इक धागा खींचकर निकाला