गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी


सुख कर्ता दुख हर्ता
आया है दिन गणपति बप्पा का
लाए नहीं है उन्हें हम, उनको अपनी दिल और घर में स्थापित किया है
हम सब ने बप्पा का मिलकर स्वागत किया है
जोत जलाई, पूजा करी लगाया भोग बप्पा को
मांगे सब सुख, समृद्धि और कहे बप्पा से के हमें अपना आशीर्वाद दो
मोदक बनाए, लड्डू बनाए ताकि प्रसन्न हो जाए बप्पा
भगवान की महिमा का ना है कोई नापा
बच्चे, बड़े सब करते सेवा बप्पा की
नारे लगाते, आरती गाते सब गणपति बप्पा की
एक, दो, तीन, चार सब बोलते हैं
गणपति बप्पा की जय जयकार सब करते हैं
विसर्जन के समय कोई भी खुश ना होता है
बप्पा को विदा करने का किसी का भी मन ना करता है
गणपति बप्पा मोरया सब दोहराते हैं
अगले बरस तूू जल्दी आ सब कहते हैं
पाँच, छह, सात, आठ
गणपति जी हमारे साथ
बप्पा के सामने हम नमन करते हैं
गणपति बप्पा को हम सब मिलकर प्रणाम करते हैं ।।