जन्माष्टमी
जन्माष्टमी


कहीं कोई बना कृष्ण तो कहीं कोई बनी राधा है
जन्माष्टमी अच्छे से मनाएं इसलिए सब ने अपना काम बांटा आधा-आधा है
कृष्णा का जन्मदिन मनाते सब ही बड़े धूम - धाम से हैं
नारे लगाते सब राधा - कृष्ण और सीता - राम के हैं
छोटे-छोटे बच्चोंं को बनाया लड्डू गोपाल हैै
सब कर रहे खूब धमाल है
घरों में अलग-अलग भोग बन रहा है
मंदिरों को खूब सजाया जा रहा है
हरे कृष्णा, हरेे कृष्णा सब बोलतेे हैं
प्रार्थना सब कृष्णा के आगे करते हैं
माखन - मिश्री कृष्णा को चखातेे हैं
फिर सब आनंद से यह त्यौहार मनाते हैं
वृंदावन , बरसानेे मैं लगती भीड़ अपार है
खुशी में डूब जाता सारा संसार है।।