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Piyush Soni

Abstract

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Piyush Soni

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मुझे अब दिल में आना है

मुझे अब दिल में आना है

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मुझे अब दिल में आना है,

तेरे ही दिल में आना है।


सभी के पास क्यों जाऊं

तेरे ही पास आना है।


अभी एक रात बाकी है

तेरा एक ख्वाब आना है।


जहां सब लोग जिंदा दिल हो,

वहीं इंकलाब आना है।


चुपी तोड़ी अगर मैंने,

नया सैलाब आना है।


हटाओ ये खिलौना अब,

नया सूरज लगाना है।


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