महिला दिवस और एक मजदूर महिला
महिला दिवस और एक मजदूर महिला


बच्चे को पीठ पर बांधे बोझा उठाती एक मासूम औरत
दर्द से कराहती अपने जख्म को अपने बच्चों से छुपाती एक औरत
अपना पेट काट कर अपना निवाला अपने
बच्चे को खिलाती एक औरत
जब बच्चा रोता अपने धूल से सने हाथों को साफ कर ममता से स्नेह, दुलार से पुचकारती एक औरत
जब साथ के कर्मचारी गलत नजरों से देखते उन्हें अपने शक्ति रूप धारण कर कसके थप्पड़ लगाती एक औरत
आज छोटी बेटी की फीस भरने हेतु कड़ी धूप में ईंट और बोझ उठाती एक औरत
कल गलत नजर से देखने वाला शख्स आज हैप्पी विमेंस डे बोल गया उसे भी माफ कर आई एक औरत
पसीने से व्याकुल धूप में तड़पती फिर बच्चे को पीठ पे बांध और कही ज्यादा मेहनत करती एक औरत
बच्चे के स्कूल के लिए टिफिन बनाते वक्त आज तेल से जल गई एक औरत
कल शराब पीकर आया पति बुरी तरह पीटा अपने चोट को पल्लू से छुपाती औरत
महिला दिवस के दिन एक मजदूर महिला अपना परिचय सब से करवाती एक साहसी औरत