पीकर होश में रहता हूँ मैं, ना पीऊँ तो दर्द में होता हूँ मैं, पीकर होश में रहता हूँ मैं, ना पीऊँ तो दर्द में होता हूँ मैं,
जाते-जाते हम छोड़ जाते हैं दास्तांं, साया हो जानी है जो दुनिया की किताब में। जाते-जाते हम छोड़ जाते हैं दास्तांं, साया हो जानी है जो दुनिया की किताब में।
महफ़िलें जमती रहें, हर पल, हर रोज़, हर हफ़्ते। महफ़िलें जमती रहें, हर पल, हर रोज़, हर हफ़्ते।
शराब पर जो नारे थे हराम और हलाल के सब धरे रहे, न जाने कब उसने *कश* को कश पिलाई हैं रात भर।। शराब पर जो नारे थे हराम और हलाल के सब धरे रहे, न जाने कब उसने *कश* को कश पिलाई ...
पछताता आंसू है बहाता क्यों हाथ उसका लिया था थाम, माता पिता की बात जो सुनता बन जाते सब बिगड़े काम, पछताता आंसू है बहाता क्यों हाथ उसका लिया था थाम, माता पिता की बात जो सुनता बन...
कुछ पल को नजरो से दूर जाकर तो देखिए खुद को अपना कहने वालो के भी अंदाज़ बदल जाते हैं कुछ पल को नजरो से दूर जाकर तो देखिए खुद को अपना कहने वालो के भी अंदाज़ बदल जा...