STORYMIRROR

राजेश "बनारसी बाबू"

Tragedy

4.5  

राजेश "बनारसी बाबू"

Tragedy

रैप सांग (गुजरात) मोरबी पुल हा

रैप सांग (गुजरात) मोरबी पुल हा

2 mins
465



आज भी सवाल वो सोने नहीं देता

 बहनो का रोता चेहरा सोंने नही देता

या अल्लाह मदद कर

थोड़ी तो हम पर रहम कर

बच्चो के बिखरे शव नदी लाल रंग मे दिखाई है

किसी के घर त्यौहार तो किसी के घर अर्थी आई है

मोरबी का पुल देखो मौत बन के आई है

प्रशासन का बखेड़ा सब पैसो का है खेला

15 का टिकट देके उन्हे मौत को भेजा

प्रशासन जिम्मेदार है छुपा ना कोई सवाल है

बुढ़ी मां अपने बेटे के शव को खोजे ऊपर वाले ये तेरी कैसी ये चाल है

देखो मेरी मां की बहंती अभी लाश दिखाई है

बहन के जन्मदिन पे हीं मैने बहन की अर्थी सजाई है

लोगो के मौत का जिम्मेदार कौन है?

इस अधूरे रिपेयरिंग का गुनहगार कौन है

चीखे है रोना धोना ये छाया कोहरम है

बिन बुलाए आई मौत ये कैसा पैगाम है?

मां तू कैस

े कफन मे सोई है

देख तेरी बेटी रात भर रोई है

मोरबी पुल पे देखो मूर्खता का क्या अंजाम है?

थोड़ी देर पहले खुशी थी अब छाया श्मशान है

फटे है जूते है कही मांस के है लोथड़े

कैसे सुनाऊं मेरे उजड़े है किस्से?

रूंह मेरी कांप गयी जब यह मंजर मैने देखा

पिता ने उठाई अर्थी यहाँ मुर्दो का रेला 

 4 साल का बच्चा देखो हुआ अनाथ है

हे दीनानाथ प्रभु तेरा कैसा इंसाफ है

8 महिने की गर्भवती देखो तड़प रही 

जिंदगी जीने की चाह मे चीख चीख मर रही

 हादसे को मै शब्दो मे बयां नही कर सकता

मृतको को 4 लाख जिंदगी वापस कर नही सकता

लाशो के निकलने का सिलसिला अभी जारी है

मच्छु नदी पे मौत तांडव करती भारी है

हे अल्लाह ये क्या हो गया?

मेरा यह सारा जहाँ लूट गया



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy