STORYMIRROR

Praveen Kumar Saini "Shiv"

Drama Inspirational

4  

Praveen Kumar Saini "Shiv"

Drama Inspirational

मेरी मां

मेरी मां

1 min
391

कभी मुझे भी मेरे भाई बहन

जितना प्यार करती मां....

कभी मुझे भी मेरे भाई बहन

की तरह अपने सीने से लगा लेती मां..

कभी मुझे भी अपनेपन का

अहसास तो देती मां...


मैं भी तो तेरे पेट में पला हुआ

नन्हा सा तेरा लाल हूं ना मां...

मैंने भी तो तुम्हें अपने से ज्यादा

हर पल मान सम्मान दिया है ना मां. ...

दुख हो सुख हो सब माता पिता

के साथ अच्छे लगते हैं मां....


ऐसे तो अनाथ भी पल जाते हैं

पर मेरे लिये तो तू है कभी कहा होता ना मां. ..

तुम हो मेरे जीवन में कोई कमी नहीं

पर तुम बिन भी क्या जीवन, जीवन है मां....

तेरे चेहरे पर हंसी देख कर सुकून मिलता है

तेरे रोने से मैं भी रो देता हूं मां...


हर किसी को भगवान नहीं मिल सकता

इसलिए तो भगवान ने तुम जैसी हर किसी को दी है मां....

तुम मंदिर हो तुम भगवान हो

तुम अरदास हो तुम ही पहचान मेरी हो मां...

पिता की ताकत बन घर संवारा है

तुम ने ही तो घर को घर बनाया है ना मां. ..

इस जन्म शायद तेरे प्यार को मैं पा ना सकूं

अगले जन्म तो देना सारा प्यार मुझे, मां..



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama