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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance

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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance

मेरी आरजू

मेरी आरजू

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मेरी आरजू है की तू मेरे दिल में बस जाये, मैं जहां जहां देखूं वहां तू मुझे नजर आये,

तू मेरे पास हो तो चांद भी बादलों में छूप जाये, जिंदगी मेरी तुझे देखते देखते यूं ही गुजर जाये।

मेरी आरजू है की तू मेरा चमन महका जाये, तेरे आने से ये हसीन वादियाँ भी खील जायें,

तू मेरी बांहों में हो तो सूरज भी मुस्कुरा जायें, जिंदगी मेरी तुझे देखते देखते यूं ही गुजर जायें।

मेरी आरजू है की तेरे हुस्न में हम सदा डूब जायें, तेरी खूबसूरती में हम भी दीवाने बनकर रहे जायें,

तू मेरे इश्क में नदियाँ की तरह बहती ही जायें, जिंदगी मेरी तुझे देखते देखते यूं ही गुजर जायें।

मेरी आरजू है की तू मेरे दिल की मल्लिका बन जायें, तू मेरे साथ हो तो आईना भी शरमा के तुट जायें,

तुझे मेरी इश्क की अमीरात में बसाकर "मुरली", जिंदगी मेरी तुझे देखते देखते यूं ही गुजर जाये।



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