STORYMIRROR

Dhanjibhai gadhiya "murali"

Drama Romance

4  

Dhanjibhai gadhiya "murali"

Drama Romance

तेरी हरकत

तेरी हरकत

1 min
297

भले ही हम दिन भर कभी न मिल सके,

तेरी यादों से मेरी सुबह सुधर जाती है।


भले ही तू मुझे पत्थर दिल का माने,

तेरे तस्वीर से मेरा दिल धड़क जाता है।


भले ही तू गुस्से मे मुझ से मुंँह मोड़ ले,

तेरी इस अदा पे हम दीवाने बन जाते है।


भले ही तू बार बार मुझ से रुठा करें,

तुझे मनाने का मुझ को सुकून मिलता है।


भले ही तू मिलन की तड़प बढ़ाया करें,

तेरी हरकत से "मुरली" में प्रेमधुन बजती है।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama