मेरे हम सफ़र
मेरे हम सफ़र
तुम्हारा साथ रहे
हमेशा मेरे
आपकी अर्धांगिनी
बन कर मैं
तेरी बाहों में खो जाऊँ
नही चाहिए मुझे आपका पैसा
बस आपका साथ ही मेरा पैसा है,
बाबुल का घर छोड़ मैंने
आपका घर अपनाया है।
कल तक किसी के बागों की फूल थी
आज आपके बागों को मैंने महकाया है।
जिंदगी में जीवन साथी होते हैं
पर कैसे....
ये सब मैंने आपसे जाना है।
भाग्य शाली होती है उन बाबुलो की परियाँ
जिनको आप जैसे पति का प्यार और उनको सम्मान मिलता है।
मैं रहूँ या ना रहूं
मेरे अल्फाज हमेशा रहेंगे,
लोग कुछ पढ़े या ना पढ़े
मेरे नाम के साथ
आपका नाम जरूर पढ़ेंगे।