तेरा वो समर्पण याद है मेरे इंतज़ार में तेरा खाना न खाना याद है तेरा वो समर्पण याद है मेरे इंतज़ार में तेरा खाना न खाना याद है
भाग्यशाली होता है वो जो सुख की अनुभूति करता है। भाग्यशाली होता है वो जो सुख की अनुभूति करता है।
परमपिता से हम सबने, अनमोल जीवन पाया भाग्यशाली वो कहलाए, जिसे समझ ये आया। परमपिता से हम सबने, अनमोल जीवन पाया भाग्यशाली वो कहलाए, जिसे समझ ये आया।
अनुबंध प्रेम का बांध प्रिय, मैं तुझमें में ही ख़ुद को पाती हूँ । अनुबंध प्रेम का बांध प्रिय, मैं तुझमें में ही ख़ुद को पाती हूँ ।