मां भारती के पुत्र, स्वयंभू जुग-जुग जियो, आयुष्मान रहो। मां भारती के पुत्र, स्वयंभू जुग-जुग जियो, आयुष्मान रहो।
जीवन है एक नाटक, सब निभाते अपना किरदार। जीवन है एक नाटक, सब निभाते अपना किरदार।
पल-पल न कर्मों से टला। अन्याय पर न्याय की, झूठ पर सत्य को, कर्मशील मानव का, प्रस्तुत एक अमर, उद... पल-पल न कर्मों से टला। अन्याय पर न्याय की, झूठ पर सत्य को, कर्मशील मानव का, ...
परमपिता से हम सबने, अनमोल जीवन पाया भाग्यशाली वो कहलाए, जिसे समझ ये आया। परमपिता से हम सबने, अनमोल जीवन पाया भाग्यशाली वो कहलाए, जिसे समझ ये आया।