और उसके सपने सफेद चादर से ढक गए एक स्त्री का यह कैसा वक्त आ गया और उसके सपने सफेद चादर से ढक गए एक स्त्री का यह कैसा वक्त आ गया
खुदगर्ज़ हूं मैं डर तुझे खोने का नहीं डर हैं तेरे जाने के बाद बिना वजूद साँसे लेने का है। खुदगर... खुदगर्ज़ हूं मैं डर तुझे खोने का नहीं डर हैं तेरे जाने के बाद बिना वजूद साँसे ...
मैं बन जाऊँ रौनक तुम्हारे घर की, तुम सुरक्षा गेट बनो मैं बन जाऊँ रौनक तुम्हारे घर की, तुम सुरक्षा गेट बनो
परमपिता से हम सबने, अनमोल जीवन पाया भाग्यशाली वो कहलाए, जिसे समझ ये आया। परमपिता से हम सबने, अनमोल जीवन पाया भाग्यशाली वो कहलाए, जिसे समझ ये आया।
किसी के लिये व्यवसाय धरोहर किसी के लिये गाड़ी-मोटर मेरे लिये तो पिता के द्वारा दिये हुये संस्कार ... किसी के लिये व्यवसाय धरोहर किसी के लिये गाड़ी-मोटर मेरे लिये तो पिता के द्वारा ...
रिश्तों को, जेवर भी मत समझो, दिखाने को पहना, अलमारी के लॉकर में बंद कर दिया। रिश्तों को, जेवर भी मत समझो, दिखाने को पहना, अलमारी के लॉकर में बंद ...