STORYMIRROR

Kanchan Prabha

Classics Inspirational

3  

Kanchan Prabha

Classics Inspirational

मेरे धरोहर

मेरे धरोहर

1 min
255

किसी के लिये घर धरोहर

किसी के लिये जेवर

मेरे लिये मेरे पूजनीय

माँ-पिता और गुरु धरोहर


किसी के लिये व्यवसाय धरोहर

किसी के लिये गाड़ी-मोटर

मेरे लिये तो पिता के द्वारा 

दिये हुये संस्कार धरोहर


देश के लिये महल धरोहर

कोई गुम्बद या ताजमहल

मेरे लिये तो मेरी माँ के

दिये थोड़े प्यार धरोहर


किसी के लिये खेत धरोहर

किसी के लिये भौतिक वस्तु

मेरे लिये तो अनमोल

मेरे गुरु का ज्ञान धरोहर


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics