करती हूँ दुआ पर फिर भी बद्दुआ ही निकली दिल से। करती हूँ दुआ पर फिर भी बद्दुआ ही निकली दिल से।
इन मतलबी नकाबपोशों की मनमर्जी को.. चलो..साफ करें। इन मतलबी नकाबपोशों की मनमर्जी को.. चलो..साफ करें।
आखिर मिट्टी से बन के उसी मिट्टी में खो जाना है तुझे...।। आखिर मिट्टी से बन के उसी मिट्टी में खो जाना है तुझे...।।
तुम अभी करो न करो, तुम्हारी मर्जी है ये तो एक दुआ है, न कोई खुदगर्ज़ी है तुम अभी करो न करो, तुम्हारी मर्जी है ये तो एक दुआ है, न कोई खुदगर्ज़ी है
बस यहां शिकार का अंतर है वहां शेर आदमी को खाता है, यहां आदमी को आदमी।। बस यहां शिकार का अंतर है वहां शेर आदमी को खाता है, यहां आदमी को आदमी।...
पहले जैसे किसी से इजाजत लेने की अब दरकार थोड़े ही है। पहले जैसे किसी से इजाजत लेने की अब दरकार थोड़े ही है।