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anuradha nazeer

Inspirational

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anuradha nazeer

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माँ तुझे सलाम

माँ तुझे सलाम

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दुनिया भर का वो काम सारी निभाती है,

माँ न जाने ये दुनिया में सबसे ख़ास।

दूजे को प्यार ,थकती नहीं है

माँ मानो रोबोट से अधिक काम करना 

चाहती है।

दिन भर काम करती नज़र आती हैं,

माँ मानो रोबोट से अधिक काम करना

चाहती हो।


दुनिया भर का भी वो सारा काम निभाती हो

माँ न जाने ये सब कैसे करती हो? 

मैं भूखा हो तो फिर आपको नींद नहीं आती

मैं खुश हूँ तो फिर आपको नींद नहीं आती

मेरी कोई परेशानी हो तो फिर आपको नींद

नहीं आती

मेरे आगे अपना दुख दर्द सब भूल जाती हैं,

माँ न जाने ये सब कैसे करती हो? 


तेरा वो समर्पण याद है

मेरे इंतज़ार में तेरा खाना न खाना याद है

माँ, वो तेरा अकेलापन याद है

मेरी हर फरमाइश का पूरा करना याद है

रिश्ते नाते हर चीज का बोझ उठाना याद है

बिना कुछ कहे ही वो सब समझ जाती याद है

हम सबका पेट भर लेना याद है

माँ न जाने ये सब कैसे कर पाती हो? 


हमेशा सबको माँ ही याद आती है,

माँ का कोई रूप नहीं, माँ जैसा कोई और नहीं।

माँ होती है जिसके पास, वे काफी भाग्यशाली हैं ।

हर पल मुस्कुराती तू, मालिश करते

तेरे हाथों की छुअन मुझे याद है।

तेरे आंसूओं की तड़प मुझे याद है।

जल्दी में तेरा बड़ी -बड़ी कतारों में

मुझे लेकर जाना याद है। 

तेरी उन आँखों की कसक मुझे याद है 

आपने कितना बलिदान दिया मुझे याद है।

यादें में पूर्ण तेरे याद है

मुझे याद है ।



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