मौसम
मौसम
सावन की जवां रातों में
तुम्हारी हसींन बातों में
उलझे हुए तुम्हारें ख़यालों में
जागे हुए कुछ अरमानों में
शायद तुम्हारे आने से
मौसम के करवट बदलने से
कुछ करार दिल को आजाए
फिर जी भरके जीने की बढ़ेगी उम्मीद
ना करो नाचिज को नाउम्मीद।
सावन की जवां रातों में
तुम्हारी हसींन बातों में
उलझे हुए तुम्हारें ख़यालों में
जागे हुए कुछ अरमानों में
शायद तुम्हारे आने से
मौसम के करवट बदलने से
कुछ करार दिल को आजाए
फिर जी भरके जीने की बढ़ेगी उम्मीद
ना करो नाचिज को नाउम्मीद।