मौन भाषा
मौन भाषा
मेरे मन की बंद दहरी पर
प्रेम की हुई, एक नई अभिलाषा
मैं अधरों से कह नहीं पाती
तुम समझे वो, मौन भाषा...
अवसादों की बारिश में
तुम बरसाओ प्रेम जरा सा
मैं अधरों से कह नहीं पाती
तुम समझे वो, मौन भाषा ..

