प्यार
प्यार
कहीं खो जाना है
कहीं बह जाना है
बिना सोचे, बिना समझे
हर बार, बहुत बार, बार-बार सोचने से
इस बह जाने का जितना डर
मेरे मन-मस्तिष्क में थम के बैठा है
उतनी ही तीव्र है मेरे अंदर
बह जाने की इच्छा।
कहीं खो जाना है
कहीं बह जाना है
बिना सोचे, बिना समझे
हर बार, बहुत बार, बार-बार सोचने से
इस बह जाने का जितना डर
मेरे मन-मस्तिष्क में थम के बैठा है
उतनी ही तीव्र है मेरे अंदर
बह जाने की इच्छा।