मैं
मैं
मैं बिखरा था अंदर से,
मगर आईने में देख खुद को सँवार रहा था,
मैं रो रहा था अंदर से,
मगर कैमरे में देख खुद को हँसा रहा था,
मैं टूट चुका था अंदर से,
मगर संभाल खुद को बाहर से रहा था,
मैं था अपने अंदर ही,
मगर ढूंढ खुद को मैं दूसरों में रहा था..!!
