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Sudhirkumarpannalal Pratibha

Abstract Inspirational

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Sudhirkumarpannalal Pratibha

Abstract Inspirational

प्रमाण है बुढ़ापा

प्रमाण है बुढ़ापा

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बुढ़ापा

प्रमाण है

पुरा जीवन

जीने का

चेहरे की 

झुर्रियां

प्रमाण है


तमाम 

दुख और

तकलीफे 

सहकर

आगे 

बढ़ने का

आंखों से

भागती

रोशनी


प्रमाण है

कल तक

दूर दूर तक

दिखाई

देने का

लाठी के 

सहारे

चलना

प्रमाण है


कल तक

दौड़कर

मंजिल तक 

पहुंचने का

बेटे के

कांधे पर

अपने

तन का


बोझ

रखना

प्रमाण है

कल तक 

परिवार

के लिए

जीने और


मरने का

फूलती हुई

सांसे

प्रमाण है

कल तक 

दम बांधकर

भवपार 

उतरने का


हाथों से

रोटी का 

टुकड़ा

न उठना

प्रमाण है

कल तक 

निवाला का

प्रबंध गट्टे के 


ताकत से

कर लेने का

कम सुनना

प्रमाण है

कल तक

धीमी 

आवाज की

बातें भी 

सुन लेने का

जबड़े में

दांतो का 

न होना

प्रमाण है

कड़ी से कड़ी 

चीजे भी

चबाकर

निगल

जाने का

बुढ़ापा

जी का जंजाल

नहीं है


बुढ़ापा

प्रमाणों से

सजा हुआ

उपहार है।


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