ज़रा सा संभल कर चलना था वो बिन चले ही संभाल गयी ज़रा सा संभल कर चलना था वो बिन चले ही संभाल गयी
नहीं ऐसा नहीं है , वो वैसा ही दौड़ रहा है , सिर्फ हम बेहद सहम गए हैं, नहीं ऐसा नहीं है , वो वैसा ही दौड़ रहा है , सिर्फ हम बेहद सहम गए हैं,
छोड़ देना जिंदगी को समर्पित करदेना। छोड़ देना जिंदगी को समर्पित करदेना।
पैमाने पर भी नाप लेते हैं हम कभी कभी। पैमाने पर भी नाप लेते हैं हम कभी कभी।
लड़खड़ाते नन्हे कदमों को, हर बार प्यार से संभाल लिया लड़खड़ाते नन्हे कदमों को, हर बार प्यार से संभाल लिया
मगर संभाल खुद को बाहर से रहा था, मगर संभाल खुद को बाहर से रहा था,