"मैं तुम्हारी"
"मैं तुम्हारी"
सुहागन जोड़े में सजी हूँ
पिया मैं सिर्फ तुम्हारी हूँ
ये मांग में सिंदूर
गले में मंगलसूत्र
सिर्फ तुम्हारे लिए है।
माथे पर बिंदी
आंखों में काजल
कान में झुमके
सब हैं सिर्फ
तुम्हारे मन के।
लाली जो लगी है
तुमको ही देख रही है
नज़रें जो शरमाई हैं
तुमको ही फरमायीं हैं।
खुली जुल्फें
तूम को इठला रहीं हैं
ये सिर्फ अपने प्यार को
पुकार रहीं हैं।
लाल साड़ी
तुम्हारे सिन्दूर की निशानी
इन आँखों में प्यार
तुम्हारे इश्क की नादानी।
अब इक बार देखो तो
हमको जी भर के भी
हम कबसे राह देख रहे
अब जी भर निहार तो लो
हमको भी।

