STORYMIRROR

अनूप बसर

Children

3  

अनूप बसर

Children

बीता बचपन

बीता बचपन

1 min
204

याद आता है ये बचपन

जो अब सिर्फ तस्वीरों में

रह गया है

आजकल की

नई पीढ़ी 

भी इस बचपन से

बहुत आगे निकल गयी है।


हम सब का बचपन

बहुत कमाल रहा

ऐसा अब देखने को

अपने बच्चों में

नज़र नहीं आता।


आधुनिक दुनिया

से परिचित बच्चे

नहीं सोच पाते

ऐसी शरारतों को

उनको चाहिए

फोन और रोबोट।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Children