अनूप बसर खेल शिक्षक और युवा लेखक
हम सब का बचपन बहुत कमाल रहा हम सब का बचपन बहुत कमाल रहा
कहें भी तो क्या हम हैं भी तो तैरती लाशें हम हैं भी तो तैरती लाशें। कहें भी तो क्या हम हैं भी तो तैरती लाशें हम हैं भी तो तैरती लाशें।
प्यारे जवाब के साथ बिता सकें और तुमको अपना प्यार दे सकें ! प्यारे जवाब के साथ बिता सकें और तुमको अपना प्यार दे सकें !
बगिया में सभी को खबर हो गयी सब बहुत खुश होने लगे. बगिया में सभी को खबर हो गयी सब बहुत खुश होने लगे.
हो जन्मदिन मुबारक तुमको महकती सरसों सा। हो जन्मदिन मुबारक तुमको महकती सरसों सा।
हर तरफ हरियाली है धूप-छांव भी मतवाली है! हर तरफ हरियाली है धूप-छांव भी मतवाली है!
रूठकर करोगे क्या अपनी ज़िंदगी से, सदा मुस्कुराते रहो अपनी ज़िंदगी से। रूठकर करोगे क्या अपनी ज़िंदगी से, सदा मुस्कुराते रहो अपनी ज़िंदगी से।
इश्क की गली में मोड़ बहुत, ओ परवाने आहिस्ता चल। इश्क की गली में मोड़ बहुत, ओ परवाने आहिस्ता चल।
अपनी मनमानी की खातिर मौत से पहले मौत को दावत दे रहे हैं अपनी मनमानी की खातिर मौत से पहले मौत को दावत दे रहे हैं
कभी कुदरत हाथ मिलाती कभी कुदरत गले लगाती! कभी कुदरत हाथ मिलाती कभी कुदरत गले लगाती!