सूरज की तपिश को भी चाँदनी सा ओढ़ लेती हूँ। सूरज की तपिश को भी चाँदनी सा ओढ़ लेती हूँ।
सीने से तुझको देखकर जमाना दीवाना हो गया। सीने से तुझको देखकर जमाना दीवाना हो गया।
गालों में उतरकर लाली दे गई। गालों में उतरकर लाली दे गई।
दिल की आरज़ू उपर वाले को फ़रमाया करो। दिल की आरज़ू उपर वाले को फ़रमाया करो।
मैं कहना चाहती थी मेरी एक तस्वीर, नदी या समुन्द्र में डूबता प्रतीत ! मैं कहना चाहती थी मेरी एक तस्वीर, नदी या समुन्द्र में डूबता प्रतीत !
ताल में जल की शैय्या पर बैठी अकेली सोच रही थी कमलिनी धर हथेली गाल पे ! ताल में जल की शैय्या पर बैठी अकेली सोच रही थी कमलिनी धर हथेली गाल पे !