कोई नहीं वजूद, आदमी है कठपुतली। कोई नहीं वजूद, आदमी है कठपुतली।
सीने से तुझको देखकर जमाना दीवाना हो गया। सीने से तुझको देखकर जमाना दीवाना हो गया।
दूर कहीं कलकल बहता झरना, उस झरने का पानी पीने में जो सुकून था कहां वो आज दुकानों में बिकते पान... दूर कहीं कलकल बहता झरना, उस झरने का पानी पीने में जो सुकून था कहां वो आज द...
किसी ज्योत को बुझा दिया ! किसी ज्योत को बुझा दिया !
खुद हम हमारे नहीं पर सारी कायनात हमारी है खुद हम हमारे नहीं पर सारी कायनात हमारी है
गज़ब का ज़माना, और गज़ब के लोग है, साहब सच्चे और नेक कम, बहरूपिये ज्यादा है, साहब। गज़ब का ज़माना, और गज़ब के लोग है, साहब सच्चे और नेक कम, बहरूपिये ज्यादा है, साहब।