मानवता हुई लापता क्या इन्सानियत भी सो गयी है। मानवता हुई लापता क्या इन्सानियत भी सो गयी है।
घंटों इंतजार बात छोटे अंगद बोल पड़े- श्री राम जी तो आ गए जज साहब कहां रह गए। घंटों इंतजार बात छोटे अंगद बोल पड़े- श्री राम जी तो आ गए जज साहब कहां रह गए।
तू अपनी धरा पर खुद इंसाफ मांगता रह जाएगा। तू अपनी धरा पर खुद इंसाफ मांगता रह जाएगा।
किसी ज्योत को बुझा दिया ! किसी ज्योत को बुझा दिया !
ये अल्लाह नहीं कहता ये भगवान नहीं कहता है। ये अल्लाह नहीं कहता ये भगवान नहीं कहता है।
पढ़ो लिखो, भ्रम-जाल तोड़, धर्मों के सारे झूठे भाँडे फोड़ो। पढ़ो लिखो, भ्रम-जाल तोड़, धर्मों के सारे झूठे भाँडे फोड़ो।