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Monika Sharma "mann"

Abstract

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Monika Sharma "mann"

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दीवानगी

दीवानगी

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देखो मौसम सुहाना हो गया

तेज हवा का चलना

उसका बहाना हो गया।


जुल्फों को संवारती है 

बार-बार 

यूंँ बदली गिराना तो 

कातिलाना हो गया।


लोगों पर लाली लगाना 

और होठों का मुस्कुराना 

गजब हो गया

आ लगा लूं तुझे 

सीने से तुझको देखकर

जमाना दीवाना हो गया।


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