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Monika Sharma "mann"

Abstract

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Monika Sharma "mann"

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प्रकृति का श्रृंगार

प्रकृति का श्रृंगार

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खिलखिलाते हैं फूल बगिया में भँवरे भी मस्त चाल मचलाते,

तितलियांँ दीवानी है फूल फूल पर भटके ,

उपवन सुगंधित है कितना आओ देख कर आते ,

प्रकृति ने श्रृृंंगार किया सभी कोई हैं हमें बतलाते।


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