निष्छल नाव भी गलियों में तैरने को है तैयार, यौवन के सतरंगी सपने भी चाहें एक बौछार, भीगते तन की... निष्छल नाव भी गलियों में तैरने को है तैयार, यौवन के सतरंगी सपने भी चाहें एक ब...
लट आँखों पे हो, रुखसार पे, या लहराई हो क्या फ़र्क पड़ता है लट आँखों पे हो, रुखसार पे, या लहराई हो क्या फ़र्क पड़ता है
पर मैं बेशरम, उनकी भूली- बिसरी ग़लती हूँ और नाक कटाती हूँ जान- बूझकर। पर मैं बेशरम, उनकी भूली- बिसरी ग़लती हूँ और नाक कटाती हूँ जान- बूझकर।
नजर भी समझ न पाई नजर भी समझ न पाई
लाली जो लगी है तुमको ही देख रही है नज़रें जो शरमाई हैं लाली जो लगी है तुमको ही देख रही है नज़रें जो शरमाई हैं
मम्मी मावे की गुजिया लाई सबको प्यार से बड़ी खिलाई मम्मी मावे की गुजिया लाई सबको प्यार से बड़ी खिलाई