कोयल ने तानी मीठी तान मेरे प्राण व्याकुल हुए जाते हैं कोयल ने तानी मीठी तान मेरे प्राण व्याकुल हुए जाते हैं
पर मैं बेशरम, उनकी भूली- बिसरी ग़लती हूँ और नाक कटाती हूँ जान- बूझकर। पर मैं बेशरम, उनकी भूली- बिसरी ग़लती हूँ और नाक कटाती हूँ जान- बूझकर।
मुड़ मुड़ कर वो है फिर आया आकर मुझ को बहुत सताया! मुड़ मुड़ कर वो है फिर आया आकर मुझ को बहुत सताया!
सूर्य भी शीतल सा हुआ धूप का दिखना विरल है। सूर्य भी शीतल सा हुआ धूप का दिखना विरल है।