माँ ! मुझे दुनिया देखनी ---
माँ ! मुझे दुनिया देखनी ---
मुझे दुनिया देखनी है ,माँ ! मुझे दुनिया में आने दो माँ !
पिताजी से बोलो न माँ कि मुझे दुनिया में आने दें !
क्यों तुम मुझे दुनिया में आने से पहले ही
दुनिया से दूर करने पे तुली हो ??
क्यों आप मुझे इस अंतरंगी दुनिया में आने नहीं देना चाहतीं !
इसलिए न माँ कि मैं एक बेटी हूँ ! बोझ बनूंगी आपलोगों की !
तुम भी तो एक बेटी ही हो न माँ ! तो फिर एक बेटी भी
दूसरी बेटी का दर्द क्यों नहीं समझ रही ??
मैं तुम्हारी बोझ नहीं बनूंगी ,माँ! स्वावलंबी बनकर जाऊंगी,मैं !
बस मुझे उड़ने से मना नहीं करना मुझे ! अपनी हौसलों की
उड़ान से खुद को ऊँची उठाऊंगी ! तेरी सहारा बन जाऊंगी !
मुझे कुछ नहीं चाहिए सिवाय ममत्व के !
मुझे आने दो माँ ! मुझे दुनिया देखनी -----
आखिर तुम तो माँ एक माँ हो !
फिर तुममें कहाँ से आई इतनी निर्ममता ?