जियो यहां और अभी..!
जियो यहां और अभी..!
जीवन कही
पहाड़ो,पर्वतो,जंगल,झाड़ियों,
मकानों,दुकानों,गावों,शहरों में
भटका हुआ नहीं हैं,
जो आप ढूंढ रहे हो,
जीवन कोई खोई हुई सामग्री
नहीं हैं,
जो ढूंढने पर मिल जायेगा,
जिस दिन आप अपनी आँखों से ये,
ये ढूंढने वाली काली पट्टी हटाएंगे,
जीवन उसी दिन आप जान पाएंगे,
क्योंकि जागरण ही जीवन हैं,
और वो आज और अभी हैं,
अगर आप कल कि उम्मींद हो
तो मेरी एक बात याद रखना,
कल कि मुलाक़ात आपको
आज के ही रूप में होने वाली हैं,
तो फ़िर कल का इंतज़ार क्यों !
जीवन जियो यहाँ अभी और आज !
जीवन का जो सुख हैं,
वो आज और अभी हैं...
कल(अतीत)कि उम्मीद में लोग,
सुनहरे आज(वर्तमान) को गँवा बैठते हैं !
क्योंकि जो आपका आज हैं वो एक कली हैं,
और एक कली स्वच्छ(स्वस्थ्य) होंगी
तभी एक बेहतरीन फूल का निर्माण होगा,
इसलिए फूल कि प्रतीक्षा में कली को
मुरझाने मत दो,
जीवन किताबों,कहानियों,
उपन्यासों में नहीं मिलने वाला हैं,
जीवन आपके भीतर हैं,
अपने भीतर आपको जाने कि ज़रूरत हैं,
इसके लिए किसी क्वालिफिकेशन की जरूरत नहीं हैं,
सिर्फ़ आपको जागने कि ज़रूरत हैं !