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Poonam Gupta

Classics

4  

Poonam Gupta

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सीता

सीता

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सीता पुत्री जनक की, लव-कुश की थी माई।

छाया थी वो राम की, वन में पीछे आई।।

वन में पीछे आई, कि रावण ने चुराया,

ले जा करके उनको , लंका में छुपाया।।

कहत कवित्री कलिका, लंका को था जीता,

लौटे राम अयोध्या, साथ में लेकर सीता।। 

सीता बनी थीं राम के, जीवन का आधार ,

वही बनीं थीं रावण के ,पतन का मूलाधार, 

पतन का मूलाधार बनी थी कोई नारी,,

कलयुग में नर ने बनाया , इसे बिचारी ,

कहत कवित्री 'कलिका' किसने किसको जीता l

राम को फिर से पाकर भी हारी थी सीता ll"



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