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Brijlala Rohanअन्वेषी

Romance Classics Inspirational

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Brijlala Rohanअन्वेषी

Romance Classics Inspirational

दिल में पड़ी तेरी दस्तक

दिल में पड़ी तेरी दस्तक

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दिल में पड़ी जब तेरी दस्तक !

समायी हो दिल में आजतक !

और रहोगी मेरे दिल में ही

रहेगी आखिरी साँस जब तक ! 


तेरे संग ही जीना अब ! तेरे साथ ही मरना !

इश्क किया है तुझसे अब

क्या दुनिया से डरना !

मिलकर हमें इनसे दो-दो हाथ करना है !

साथ मिलकर हमें है इनसे लड़ना।


तेरी हर वो नटखट अदाएँ !

प्रेम की पावन कलाएँ !

दिल में अमिट आलेख बनकर

अंकित हो गयी है,

मेरी दिल में ! 

तेरे बिन अकेलापन !

ढूंढे तुझे ही सदा मेरा मन !


तुझमें ही जीवन जीने की ठानी है !

तेरे संग ही जीना अब !

तू मेरी आखिरी प्रेम की निशानी है !


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