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Brijlala Rohanअन्वेषी

Romance Classics Inspirational

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Brijlala Rohanअन्वेषी

Romance Classics Inspirational

अर्ज किया है ---

अर्ज किया है ---

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कभी फुर्सत में ,फुर्सत से फुर्सत निकाल लेना मेरे लिए    

वरना क्या पता तुम मेरे लिए फुर्सत निकालो और हम हो हीं ना !

मैंने काफी कुछ खोया जिंदगी की जद्दोजहद में 

लेकिन समय के साथ अब सबकुछ भूल गया !               


लेकिन जैसे ही तुझे खोने के बारे में गलती से भी

गलती करता हूँ तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं !

चेहरे रूआँसा हो जाता है। अधर कँपकपाने लगती है।


मैंने काफी कुछ खोया जिंदगी लेकिन अब उसकी कोई गम नहीं !

मेरी जिंदगी तेरा आगमन कोई फरिश्ते से कम नहीं !  

मैंने काफी कुछ खोया जिंदगी में जिसकी अब कोई परवाह नहीं !

तेरी खुशी और मुस्कान के अलावे अब कोई दूसरी चाह नहीं ! 

 

मैंने कई पुस्तकें पढ़ीं लेकिन मुझे वो पढ़ने को न मिला

जो तेरी पवित्र पलकों में पढ़ता हूँ।

मैंने सुकून के कई सफर किये लेकिन

तेरे साथ किये जिंदगी के सफर में सुकून ही कुछ और है।


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