माँ तुम्हें शत शत नमन।। माँ तुम्हें शत शत नमन।।
आखिर भगवान को भी अवतरित होने के लिए कोख का सहारा चाहिए होता है... आखिर भगवान को भी अवतरित होने के लिए कोख का सहारा चाहिए होता है...
सर पे छाया ही है माता-किरदार बहुत घनत्व^.( गहरा ) कवर है सर पे छाया ही है माता-किरदार बहुत घनत्व^.( गहरा ) कवर है
मुस्कराहट बिखरती है जीवन में उग आता है इंद्रधनुष प्रेम का। मुस्कराहट बिखरती है जीवन में उग आता है इंद्रधनुष प्रेम का।
माँ इक बार फिर से सीख सीखा दो जीवन की मिथ्या में चलना बतला दो। माँ इक बार फिर से सीख सीखा दो जीवन की मिथ्या में चलना बतला दो।
फिर वह किलकारियां लेता झटकता, पटकता अपने हाथ पांव सो जाता है निश्चिंत फिर वह किलकारियां लेता झटकता, पटकता अपने हाथ पांव सो जाता है निश्चिंत