माँ - ममत्व
माँ - ममत्व
ममत्व माँ का रूप सर्वयापी सर्वत्व
पल-पल मुझे देता अपनत्व।
तेरे बिना जीवन-कल्पना नहीं,
माँ तुमसे ही मेरा अस्तित्व।
माँ सर्वोपरि है तेरा ममत्व
माँ तुमने अवनि^ सा संभाला(धरती)
माँ तुमने जननी बन पाला
मैं कैसे झूठलाऊँ तेरा सत्व
माँ सर्वोपरि है तेरा ममत्व
माँ तुम मेरी कल्पना में हो माँ
तुम भाव-भंगिमा में हो।
माँ तुम हो मेरा जीवन-सत्य
माँ सर्वोपरि है तेरा ममत्व
माँ कुबेर की माया सी है माँ की
सर पे छाया ही है माता-किरदार
बहुत घनत्व^.( गहरा )
माँ सर्वोपरि है तेरा ममत्व
माँ तुम में समाया हर तत्व
प्रकृति का हर कण सदत्व
(शाश्वत सच) उड़ता की लेखनी
कुंचम^ है। (छोटी, तुच्छ)
माँ सर्वोपरि है तेरा ममत्व।