खुली हवा
खुली हवा
उच्च से उच्च पद पर पहुँचने के लिए
ऐ इंसान तूने स्वयं की साँसों से समझौता कर लिया
जी नहीं पाते हो अब खुली हवा में
अपने मन को भी पिंजड़े में बंद कर लिया
न कह पाते हो दिल की बात अपनों से ही
न ही साँसों को शुद्ध वायु में ले जा पाते हो
इमारतें तो बड़ी कर लीं
फिर क्यूँ दिल से दिल को न जोड़ पाते हो
सोचो क्या रह जायेगा जब साँसे ही न रहेंगी
अपने भी कद्र करेंगे जब साँसे इस दुनिया से रूखसत होंगी
हो सके तो जी लो खुलकर ज़िंदगी को
क्या पता कल, आपकी साँसें खुली हवा को तरसेंगी।