दीपावली
दीपावली
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जगमग जगमग रोशनी का त्यौहार
दीप प्रज्वलित करने मात्र से नहीं चमकते घर द्वार
बनना पड़ता है खुद को तपा कर दूसरों के लिये मददगार
चाँद तारे हर घर घर को रोशन करते
उसी प्रकार हमें स्वयं दीपक बन करनी होगी
ज़रूरतमंदों के जीवन में रोशनी की भरमार
जितना दोगे उतने ही स्वयं को खुश व संतुष्ट पाओगे
यही तो प्रकृति भी सिखा देती है
जैसे पीपल ऑक्सीजन व छाया दे पूज्यनीय हर घरवार
दीपावली पर हर छोटे बड़ों के चेहरे खिलें मिलें
ऐसा प्रयत्न करेंगे तो हमारे दीवाली पूजन पर
स्वयं लक्ष्मी गणेश पधारेंगे हमारे द्वार।