लम्हे जिंदगी के
लम्हे जिंदगी के
जानती नहीं थी,
तुमसे दो पल की मुलाकात,
जिंदगी के हसीन लम्हों का,
साथ बन जाएगी।
गलती से लिया इकोनोमिक्स,
जज्बातों को मिक्स कर जाएगा।
ट्यूशन की दोस्ती,
प्यार का रंग जमाएगी।
वो तुम्हारा बारिश में दिया,
दोस्ती वाला पीला गुलाब!!!!
आज जब हमारा बेटा,
पुरानी डायरी में से उठा लाया।।
बाहर बारिश हो रही थी आज भी,
सामने तुम भी मुस्कुरा दिए,
लगा वही हसीन लम्हे लौट आए हैं कहीं से।
वो सूखा गुलाब,
आज हम दो नहीं तीनों के चेहरों पर,
ताज़गी दे गया।
वो बीता लम्हा तो हसीन था ही,
आज एक लम्हा उसमें और जुड़ गया!!