करें सभी हम मनन
करें सभी हम मनन
कितना बदले आज हम, भूल गये सब चीज
नहीं बचे त्यौहार अब, नहीं रही वों तीज
नहीं रही वों तीज, नार जब गाया करती
पींग पाटडी झूल, गगन में छाया करती
रहा आज ना चाव ,प्यार भी गायब उतना
करें सभी हम मनन, देख हम बदले कितना।
कितना बदले आज हम, भूल गये सब चीज
नहीं बचे त्यौहार अब, नहीं रही वों तीज
नहीं रही वों तीज, नार जब गाया करती
पींग पाटडी झूल, गगन में छाया करती
रहा आज ना चाव ,प्यार भी गायब उतना
करें सभी हम मनन, देख हम बदले कितना।