दादी थी हमारी ऐसी प्यारी न्यारी सबको बहुत ही भाती थी। दादी थी हमारी ऐसी प्यारी न्यारी सबको बहुत ही भाती थी।
हर समय होता था और बादल भी न रोता था। हर समय होता था और बादल भी न रोता था।
दिल मेरा कोरा कागज़, तुम्हारी बात कलम है! दिल मेरा कोरा कागज़, तुम्हारी बात कलम है!
तुम्हारी जिंदगी के भी कंकड़ बीन लिये हैं। तुम्हारी जिंदगी के भी कंकड़ बीन लिये हैं।
मिलता चैन अपार, निहार छटा हरियाली। मिलता चैन अपार, निहार छटा हरियाली।
अभी वक्त बाकी है आने वले पल को ना छोड़ना अभी वक्त बाकी है आने वले पल को ना छोड़ना