"हरियाली भरती सदा"।
"हरियाली भरती सदा"।
हरियाली भरती सदा,जन मानस में चाव।
उत्सव बनती है कभी,बन जाती है भाव।
बन जाती है भाव, उम्मीदें सदा सजाती।
गीत मिठाई प्यार, बांटती खूब सुहाती।
कह "जय"देख तरुवर ,खिल उठे उर की लाली।
मिलता चैन अपार, निहार छटा हरियाली।